UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में आए खराब मौसम, तेज आंधी और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए तत्काल सर्वेक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों और तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि वे स्वयं मौके पर जाकर नुकसान का आंकलन करें और संबंधित विभाग को जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजें, ताकि प्रभावित किसानों को 24 घंटे के भीतर मुआवजे की राशि उनके बैंक खातों में भेजी जा सके। साथ ही, मुख्यमंत्री ने यह भी सख्त निर्देश दिए हैं कि मुआवजा वितरण में किसी प्रकार की लापरवाही या ढिलाई न बरती जाए।
अधिकारी 24 घंटे में दें खराब मौसम से क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा: CM योगी
एक बयान के मुताबिक उन्होंने कहा कि अगर किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि 9 अप्रैल की आधी रात को अचानक मौसम खराब हो गया, जिसके बाद तेज आंधी, ओलावृष्टि के साथ कई जगहों पर आकाशीय बिजली गिरी। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। सर्वे पूरा होने के बाद फसलों के नुकसान का मुआवजा बीमा कंपनियों के साथ राजस्व विभाग की ओर से भी दिया जाएगा। राहत विभाग ने खराब मौसम को देखते हुए अलर्ट जारी किया है और लोगों से अति आवश्यक कार्य पर ही घर से निकलने की अपील की है।

33% से अधिक क्षतिग्रस्त फसलों से प्रभावित अन्नदाताओं को ही दिया जाता है मुआवजा
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान की क्षतिपूर्ति का मुआवजा किसानों को देने के लिए सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को मौके पर जाकर सर्वे करने के आदेश दिए। उन्होंने उन्हें जल्द से जल्द विभाग के पोर्टल पर सर्वे रिपोर्ट लगाने के भी आदेश दिये। बाढ़, ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से 33 प्रतिशत से अधिक क्षतिग्रस्त फसलों से प्रभावित अन्नदाताओं को ही मुआवजा दिया जाता है।