पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य को देश का सबसे बड़ा स्पोर्ट्स हब बनाने का बड़ा सपना फिर एक बार साझा किया है। जालंधर के सुरजीत हॉकी स्टेडियम में पंजाब हॉकी लीग 2025 के ग्रैंड फिनाले के मौके पर उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब का गौरव हमेशा खेलों से जुड़ा रहा है और अब जल्द ही पंजाब खेलों में भी देश का नंबर वन बन जाएगा।
मुख्यमंत्री मान ने घोषणा की कि आने वाले समय में जालंधर और अमृतसर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट और हॉकी स्टेडियम बनाए जाएंगे। उनका कहना है कि पंजाब को खेलों की राजधानी बनाने के लिए सरकार अभूतपूर्व कदम उठा रही है, ताकि राज्य खेल प्रतियोगिताओं का वैश्विक केंद्र बन सके।
उन्होंने कहा कि हाल ही में एशिया कप जीतने वाली हॉकी टीम में 9 खिलाड़ी पंजाब से थे, और पिछले दो ओलंपिक खेलों में भी पंजाब के खिलाड़ी पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन कर चुके हैं। मान ने बताया कि जालंधर को अब “Sports Capital of India” के रूप में मान्यता मिल चुकी है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि खेलों को बढ़ावा देना युवाओं को नशे और गलत रास्तों से दूर रखने का सबसे बड़ा जरिया है। इसलिए सरकार आने वाले वर्षों में 3000 से अधिक खेल स्टेडियम तैयार करेगी। इसके अलावा, बरलटन पार्क को पहले ही खेल केंद्र में बदल दिया गया है और अमृतसर में भी विश्वस्तरीय खेल केंद्र जल्द तैयार होगा।
पंजाब हॉकी लीग को CM मान ने ऐतिहासिक और देश की पहली जूनियर हॉकी लीग करार दिया। यह प्रतियोगिता सबसे ज्यादा इनामी राशि वाली लीग है और इसने तीन पीढ़ियों के खिलाड़ियों को एक ही मंच पर जोड़ा।
सरकार ने खिलाड़ियों को सम्मान देने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। कई खिलाड़ियों को डीएसपी और पीसीएस पद देकर उनकी खेल प्रतिभा को मान्यता दी गई। अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट में भाग लेने वाले ओलंपियनों का सम्मान भी बड़े गर्व के साथ किया गया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने भी युवाओं के लिए नई पहल का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि सुनाम में नया बस स्टैंड बन गया है, जो अपनी तरह का अनोखा प्रोजेक्ट है। इसमें भूतल पर बस यात्रियों और व्यापारियों के लिए सुविधाएँ हैं, और पहली मंज़िल पर अत्याधुनिक मल्टीपर्पज़ स्पोर्ट्स हॉल बनाया गया है। यहाँ कबड्डी, जूडो, कुश्ती और कराटे जैसे खेलों को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनकी सरकार का विज़न है कि हर गांव में खेल सुविधाएँ हों और पंजाब खेलों के क्षेत्र में देश का नंबर वन बनकर उभरे। आने वाले सालों में अमृतसर और जालंधर में विश्वस्तरीय खेल ढांचे विकसित होंगे और पंजाब हर तरह से युवा और खेल प्रेमियों का सपना पूरा करेगा।