विज्ञान भवन, नई दिल्ली में इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICMAI) के 12वें नेशनल स्टूडेंट्स कन्वोकेशन का आयोजन बड़े ही भव्य रूप में किया गया। इस खास मौके पर देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं और देशभर से आए सैकड़ों स्टूडेंट्स को संबोधित किया।
छात्रों की मेहनत और सफलता का सम्मान
इस समारोह में Cost and Management Accounting (CMA) की पढ़ाई पूरी करने वाले स्टूडेंट्स को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी युवा प्रतिभाओं को बधाई देते हुए कहा कि,
“आप सब देश के भविष्य हैं। आपकी भूमिका सिर्फ ऑफिस तक सीमित नहीं है, बल्कि अब आप इंडस्ट्री, पॉलिसी मेकिंग, टैक्सेशन और बैंकिंग जैसे कई अहम क्षेत्रों में देश की सेवा कर सकते हैं।”
Cost Accounting की महत्ता पर जोर
राष्ट्रपति ने बताया कि भारत में अकाउंटिंग की परंपरा कोई नई नहीं है। हमारे प्राचीन ग्रंथ ‘अर्थशास्त्र‘ में भी इसके बारे में विस्तार से बताया गया है। उन्होंने कहा कि
“Cost accounting सिर्फ नंबरों का खेल नहीं है, यह एक जिम्मेदारी है – accountability और transparency को मजबूत करने की दिशा में।”
Sustainability और विकास की बात
राष्ट्रपति मुर्मू ने छात्रों से अपील की कि वे पर्यावरण और समाज के हित को ध्यान में रखते हुए काम करें।
“आज के दौर में हमें ऐसा सिस्टम चाहिए जो सिर्फ फायदा न देखे, बल्कि environment और ethics को भी महत्व दे। आप सबको देश के Viksit Bharat 2047 के विजन का हिस्सा बनना है।”
सूरत चैप्टर के छात्रों की खास उपलब्धि
इस मौके पर सूरत दक्षिण गुजरात चैप्टर के करीब 30 छात्रों को विशेष सम्मान मिला।
- निखिता बंसल (ऑल इंडिया रैंक 1, CMA इंटरमीडिएट जून 2024)
- कृतिका सिंघल (दिसंबर 2024 सेशन टॉपर)
इन जैसे छात्रों ने न केवल अकादमिक रूप से, बल्कि discipline और dedication के साथ अपनी काबिलियत साबित की।
राष्ट्रपति का संदेश
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि एक अच्छा अकाउंटेंट वही होता है जो ईमानदारी, समाज सेवा और साधनों के सही उपयोग में विश्वास रखता हो।
“काम में ethics रखो, समाज का सोचो, और अपने ज्ञान का इस्तेमाल देश के विकास के लिए करो।”
इस समारोह ने यह साबित किया कि Cost and Management Accountants अब सिर्फ बैलेंस शीट तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे आज के भारत के growth drivers बन चुके हैं। ICMAI जैसी संस्था इस दिशा में युवाओं को सही मार्गदर्शन दे रही है और देश को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।