आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने शिरोमणि अकाली दल और खासकर सांसद हरसिमरत कौर बादल पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पंजाब को कर्ज़ में डुबोने की शुरुआत अकाली दल की सरकार के समय हुई थी। उस समय न तो लोगों की भलाई के लिए काम हुआ और न ही कोई बड़ा विकास किया गया। उल्टा, सरकार ने जो कर्ज़ लिया वो अपने कारोबार को बढ़ाने में लगाया।
“बादल अपने 10 सालों की तुलना हमारे 3 सालों से करें”
मीत हेयर ने चुनौती दी कि बादल परिवार अपने 10 सालों की सरकार की तुलना आम आदमी पार्टी की सिर्फ 3 साल की सरकार से करके देखें। उन्होंने कहा कि जमीन पर काम हुआ है, हवा में बातें नहीं। पंजाब के गांवों में लोग खुद गवाही देंगे कि बदलाव कैसे आया है।
किसानों और ग्रामीण इलाकों को मिला बड़ा फायदा
AAP सांसद ने कहा कि आज पंजाब के किसानों को रोज़ाना 12-13 घंटे तक लगातार बिजली मिल रही है, जबकि पहले ये मुमकिन नहीं था। इसके साथ ही हजारों गांवों में नहर का पानी पहुंचाया गया है जिससे सिंचाई की सुविधा में सुधार हुआ है।
सरकारी स्कूलों में सुधार और हज़ारों सरकारी नौकरियां
शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव को लेकर मीत हेयर ने बताया कि सरकारी स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं दी जा रही हैं, क्लासरूम सुधारे जा रहे हैं और टीचिंग क्वालिटी पर ध्यान दिया जा रहा है। आप सरकार ने अब तक 50,000 से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी हैं, जो अकाली दल ने अपने पूरे कार्यकाल में भी नहीं दीं।
ग्रामीण विकास और टोल प्लाज़ा बंद
सरकार ने गांवों में खेल मैदान, तालाबों की सफाई, और सड़क जैसे बुनियादी ढांचे पर भी ज़ोर दिया है। मीत हेयर ने बताया कि आप सरकार ने कई शोषणकारी टोल प्लाज़ा बंद कर दिए हैं, जबकि अकाली सरकार ने एक भी टोल नहीं हटाया।
“हम बातें नहीं करते, काम करते हैं”
मीत हेयर ने कहा, “हमने सिर्फ वादे नहीं किए, काम करके दिखाया है। बिजली, पानी, शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर जमीन पर बदलाव हुआ है। अकाली दल को अब जनता को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने कर्ज़ लेकर क्या किया।”
आमंत्रण विपक्ष को – गांवों में जाकर खुद देखो
आखिर में मीत हेयर ने विपक्ष के नेताओं को पंजाब के गांवों का दौरा करने का न्योता दिया और कहा कि वहां के लोग खुद बताएंगे कि कौन काम कर रहा है और कौन सिर्फ बयानबाज़ी करता है।
मुख्य बातें:
- अकाली दल के समय पंजाब में कर्ज़ का बोझ बढ़ा
- AAP सरकार ने किसानों, युवाओं और ग्रामीण इलाकों के लिए किए कई काम
- सरकारी स्कूलों और नौकरियों में सुधार
- टोल प्लाजा बंद और बुनियादी सुविधाओं में सुधार
- विपक्ष को गांव जाकर बदलाव देखने की सलाह