लुधियाना वेस्ट उपचुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) पंजाब के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशु पर जमकर निशाना साधा। अरोड़ा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने हमेशा आम जनता को दोयम दर्जे का नागरिक समझा। यही वजह है कि आज जनता ने उन्हें साइड कर दिया है।
अरोड़ा ने कहा, “आशु कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के मंत्रियों की नहीं चलती। लेकिन सवाल ये है कि आपने मंत्री रहते हुए कैसे काम किया? एक महिला शिक्षा अधिकारी को आपने गालियां दीं, पुलिस अधिकारियों को धमकाया, और खुद पर सैकड़ों करोड़ का भ्रष्टाचार का आरोप है। अगर आप सोचते हैं कि हम भी वैसा ही करेंगे, तो साफ सुन लीजिए — हमारे मंत्री न तो ऐसा करते हैं और न ही करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “हमें जनता ने ईमानदारी और शराफ़त से काम करने के लिए चुना है। धमकी देना, गाली देना या अपनी मर्जी से सत्ता चलाना हमारी पार्टी की नीति नहीं है। हम थोड़ी कम ताकत से काम चलाना पसंद करेंगे, लेकिन जो भी करें वो ईमानदारी और विनम्रता से करेंगे।”
अरोड़ा ने यह भी कहा कि आशु को लुधियाना वेस्ट की जनता 19 जून को बता देगी कि उन्हें कैसी राजनीति पसंद है — धमकियों वाली या सेवा भाव की।
कांग्रेस पर बड़े आरोप
अमन अरोड़ा ने कांग्रेस पर बड़े आरोप लगाते हुए कहा,
“कांग्रेस ने पंजाब के साथ विश्वासघात किया है। उनके नेताओं ने दिल्ली और इटली के हाईकमान के सामने अपना आत्मसम्मान गिरवी रख दिया। माफिया राज को संरक्षण दिया, हजारों करोड़ के घोटाले किए। इनकी वफादारी पंजाब से नहीं, बल्कि दिल्ली और इटली के दरबारों से है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने अपने कार्यालय में पाकिस्तानी नागरिक को बैठा रखा था और जनता से उसे सलाम करवाया गया।
अरोड़ा ने कहा, “कांग्रेस सरकार ने न तो युवाओं को रोजगार दिया, न ही पंजाब में कोई ठोस विकास कार्य किया। उल्टा नशा तस्करों और रेत माफिया को बढ़ावा दिया। आज भी कांग्रेस के कई नेता माफियाओं को बचाने में लगे हुए हैं।”
“कुर्सी ही इनका मकसद है”
अरोड़ा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा,
“इन नेताओं को आम लोगों से कोई मतलब नहीं है। इन्हें सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है। ये लोग पंजाब के अधिकारों को नजरअंदाज करके सिर्फ अपने परिवार और हाईकमान की सेवा में लगे रहते हैं।”
अमन अरोड़ा ने लुधियाना वेस्ट के वोटरों से अपील की कि वे समझदारी से फैसला लें और उस राजनीति को वोट दें जो सेवा, ईमानदारी और विकास की बात करती है – न कि डर और भ्रष्टाचार की।