पंजाब के कैबिनेट मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने कहा कि इस साल पंजाब में आई भीषण बाढ़ किसी सरकारी चूक या बांध mismanagement की वजह से नहीं आई, बल्कि इसका कारण अत्यधिक और असामान्य बारिश था। उन्होंने कहा कि जब भी पंजाब सरकार ने यह तथ्य सामने रखा, विपक्ष ने उनपर बिना आधार के आरोप लगाए।
हाल ही में, राज्यसभा सांसद संजय राउत द्वारा पूछे गए सवाल पर, केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने स्पष्ट किया कि बाढ़ सिर्फ extreme rainfall की वजह से आई और किसी भी बांध mismanagement का मामला नहीं है। इस बयान से पंजाब सरकार के लगातार प्रस्तुत किए गए तथ्यों की पुष्टि होती है और विपक्ष के आरोप गलत साबित होते हैं।
बरिंदर कुमार गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जब बाढ़ आई, तब केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पंजाब आए और बाढ़ का कारण mining activities को बताया, लेकिन इसके लिए कोई भी evidence सामने नहीं आया।
उन्होंने विपक्ष के उस आरोप को भी खारिज किया जिसमें कहा गया कि रंजीत सागर बांध से 7.15 लाख क्यूसेक्स पानी छोड़ा गया। मंत्री ने स्पष्ट किया कि केवल 2.25 लाख क्यूसेक्स पानी ही छोड़ा गया था, बाकी पानी नदी के catchment areas और tributaries से आया, जो पूरी तरह प्राकृतिक घटना थी।
बरिंदर कुमार गोयल ने केंद्र सरकार पर भी आलोचना की कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की, तब केंद्र ने पंजाब को केवल ₹1,600 करोड़ का मुआवजा दिया, जबकि राज्य में कुल नुकसान लगभग ₹20,000 करोड़ था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बाढ़ के मुद्दे को राजनीति का हिस्सा बनाया, उन्होंने इस कमी पर कभी सवाल नहीं उठाया।
मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार — चाहे BJP की हो या Congress की — हमेशा पंजाब के प्रति step-motherly approach अपनाती रही है। पहले पंजाब के पानी पर अधिकार छीना गया और अब BBMB और Panjab University जैसी संस्थाओं में दखल दिया जा रहा है।
उन्होंने इसे भी dictatorial बताया कि भाखड़ा बांध पर केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किए गए, जबकि पंजाब पुलिस globally सक्षम मानी जाती है। साथ ही, केंद्र ने BBMB Secretary को अपने terms पर appoint करने का circular जारी किया, जिससे 20 साल से सेवा दे रहे पंजाब-cadre अधिकारियों की अनदेखी हुई। बाद में, जब हाई कोर्ट में मामला केंद्र के खिलाफ जा सकता था, तो circular quietly withdrawn कर दिया गया।
गोयल ने कहा कि पंजाब सरकार ने जिम्मेदारी के साथ special Assembly sessions बुलाए, सभी MLAs से सुझाव लिए और आवश्यक resolutions पास किए। इसके बावजूद विपक्ष ने unfounded accusations लगाना जारी रखा। अब सच पूरे देश के सामने है।
निष्कर्ष:
- केंद्रीय सरकार के बयान से स्पष्ट हो गया कि इस साल की बाढ़ का कारण सिर्फ excessive rainfall था।
- पंजाब सरकार ने हमेशा fact-based information दी और जनता को अंधेरे में नहीं रखा।
- विपक्ष के आरोप निराधार साबित हुए और सत्य ने जीत हासिल की।
