लुधियाना पश्चिम उपचुनाव को लेकर सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता बलतेज पन्नू ने शिरोमणि अकाली दल (बादल) के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर करारा हमला बोला है। पन्नू ने कहा कि मजीठिया बुरी तरह बौखला चुके हैं क्योंकि इस उपचुनाव में अकाली दल का मुकाबला अब किसी राजनीतिक दल से नहीं, बल्कि NOTA (None of the Above) से हो गया है।
बलतेज पन्नू ने कहा, “अकाली दल की हालत इतनी खराब है कि मजीठिया और सुखबीर बादल को डर सता रहा है कि कहीं नोटा अकाली दल से ज्यादा वोट न ले जाए। इसी बौखलाहट में दोनों झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।”
पन्नू ने मजीठिया के भ्रष्टाचार से जुड़े बयानों पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “बिक्रम मजीठिया घोटाले की बात कर रहे हैं, लेकिन पंजाब के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार अकाली सरकार के समय में ही हुआ। चाहे अनाज घोटाला हो, सिंचाई घोटाला या फिर नशा और माफिया से जुड़े रैकेट – हर गड़बड़ी में मजीठिया के करीबी शामिल थे।”
उन्होंने आगे कहा कि उस समय अपहरण, रिश्वत, फिरौती, ड्रग्स, और माफिया जैसी चीज़ें आम हो गई थीं और सरकार के संरक्षण में ये सब चल रहा था। अब जब सत्ता हाथ से चली गई है तो अकाली नेताओं को घोटाले और भ्रष्टाचार की याद आने लगी है।
बलतेज पन्नू ने विश्वास जताया कि लुधियाना पश्चिम के लोग समझ चुके हैं कि अकाली दल की राजनीति कितनी खोखली हो चुकी है। उन्होंने कहा, “इस चुनाव में अकाली दल के उम्मीदवार की जमानत जब्त होना तय है। लोग अब उनकी बातों में नहीं आने वाले। उन्हें नोटा से भी कम वोट मिलने वाले हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “अब मजीठिया और सुखबीर बादल के पास सिर्फ एक ही काम रह गया है – आम आदमी पार्टी पर झूठे और बेहूदा आरोप लगाना। इन्हें खुद भी पता है कि अब वो कभी पंजाब की सत्ता में वापसी नहीं कर सकते, इसलिए बेतुकी बयानबाज़ी कर रहे हैं।”
इस बयानबाज़ी से साफ है कि उपचुनाव नज़दीक आते ही पंजाब की राजनीति में गर्मी तेज हो गई है और नेताओं की ज़ुबानी जंग और तीखी होती जा रही है।