कांग्रेस नेता अलका लांबा के नशे को लेकर दिए गए बयान पर आम आदमी पार्टी की नेता सोनिया मान ने जोरदार जवाब दिया है। उन्होंने साफ कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ सरकार की बुराई करना नहीं होता, बल्कि जब सरकार कुछ अच्छा करे तो उसकी तारीफ भी होनी चाहिए।
सोनिया मान ने कहा कि पंजाब में पहली बार कोई सरकार इतनी सख्ती से नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने हर गांव में नशा विरोधी कमेटियां बनाई हैं और पूरे राज्य में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अपने आप में एक बड़ी पहल है, जिसे सराहा जाना चाहिए।
लेकिन सोनिया मान ने अफसोस जताते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां, खासतौर पर कांग्रेस, इस गंभीर मुद्दे पर भी घटिया राजनीति कर रही हैं। उन्होंने अलका लांबा को याद दिलाया कि कांग्रेस की सरकार के समय कई मंत्री और विधायक खुद नशे के धंधे में लिप्त थे, जिन पर गंभीर आरोप लगे थे। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अलका लांबा को इस पर कुछ नहीं कहना चाहिए?
सोनिया मान ने आगे कहा कि कांग्रेस के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग ने खुद अफीम के ठेके खोलने की बात कही थी, क्या अलका लांबा उनसे इसका जवाब मांगेंगी?
आप नेता ने कांग्रेस और अकाली दल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इन दोनों पार्टियों ने अपने शासनकाल में नशे को बढ़ावा दिया और तस्करों को राजनीतिक संरक्षण दिया। इसके कारण हजारों परिवार बर्बाद हो गए, कई बच्चे अनाथ हो गए और माता-पिता अपने बच्चों को खो चुके हैं।
इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि आप सरकार ने नशा तस्करों को जेल भेजा है, उनकी अवैध संपत्तियों को तोड़ा है, और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इसका नतीजा यह है कि अब तस्करों के मन में सरकार का डर बैठ गया है।
सोनिया मान ने कांग्रेस नेताओं से अपील की कि अगर वह पंजाब का भला चाहते हैं तो उन्हें भी सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहिए, ताकि पंजाब को जल्द से जल्द नशे की इस बीमारी से छुटकारा मिल सके।
“सरकार की आलोचना तब करें जब वह गलत हो, लेकिन अगर कोई अच्छा काम हो रहा है तो उसकी तारीफ भी जरूरी है,” – सोनिया मान