भीषण गर्मी के बावजूद UP प्रदेश में पेयजल संकट नहीं होने दिया जाएगा। शुद्ध पेयजल की निरंतर और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। जल आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सभी मण्डलायुक्तों को अपने स्तर पर बैठक कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, शासन ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में पत्र प्रेषित किया है।
‘मण्डलायुक्तों को पेयजल आपूर्ति पर निगरानी की जिम्मेदारी, हर घर तक पहुंचेगा शुद्ध पानी!’
अधिकृत सूत्रों ने बताया कि सभी मण्डलायुक्तों को अपने स्तर पर बैठकें कर पेयजल आपूर्ति की सतत निगरानी और त्वरित समाधान की जिम्मेदारी दी गई है। तहसील, थाना, अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी पेयजल की व्यवस्था रहेगी। सरकार ने स्पष्ट किया है कि जो पाइप पेयजल योजना का अधिकतम उपयोग कर हर घर तक शुद्ध पानी पहुंचाया जाएगा। जहां निर्माण कार्य लंबित है, वहां वैकल्पिक स्रोतों से जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
‘प्याऊ और जल व्यवस्था के जरिए गर्मी में हर सार्वजनिक स्थान पर मिलेगा पानी!’
उन्होंने बताया कि गर्मी से आमजन को राहत देने के लिए तहसील, थाना, अस्पताल, आंगनबाड़ी केन्द्र जैसे सार्वजनिक और सरकारी परिसरों में प्याऊ या घड़े रखवाने तथा जल की अन्य समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। लू के प्रभाव से बचने और शुद्ध जल के महत्व को समझाने के लिए सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके माध्यम से ग्रामीणों को जल संरक्षण और स्वच्छ जल उपयोग के लिए प्रेरित किया जाएगा।
‘ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध जल का हर परिवार तक पहुंचेगा, सामुदायिक शौचालयों में भी जल आपूर्ति सुनिश्चित!’
सरकार की इस पहल का उद्देश्य प्रदेश के सभी ग्रामीण परिवारों को निर्बाध और शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है। जिससे भीषण गर्मी में भी जीवन सामान्य बना रहे। सामुदायिक शौचालयों में भी पर्याप्त मात्रा में जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।