आम आदमी पार्टी (AAP) के श्री आनंदपुर साहिब से सांसद मलविंदर सिंह कंग ने संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र (Winter Session) को बेहद अहम बताते हुए कहा कि इसमें देश के सामने खड़े बड़े मुद्दों पर तुरंत और गंभीर चर्चा होनी चाहिए।
सत्र शुरू होने से पहले मीडिया से बात करते हुए उन्होंने Special Intensive Revision (SIR) Act को एक राष्ट्रीय चिंता बताया। उनके अनुसार इस एक्ट की वजह से देश की कुछ संवैधानिक संस्थाओं (Constitutional Institutions) खासकर चुनाव आयोग (Election Commission) पर लोगों का भरोसा कम होता जा रहा है।
SIR एक्ट पर कंग की कड़ी चिंता
सांसद कंग ने कहा कि SIR एक्ट के चलते
- चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं
- जनता को लगता है कि पारदर्शिता (transparency) कम हो रही है
- और चुनाव आयोग की credibility कम होती दिख रही है
उन्होंने सरकार से मांग की कि पूरी चुनाव प्रक्रिया को साफ-सुथरा, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाए रखने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं।
संसद चलाने की जिम्मेदारी किसकी?
केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कंग ने साफ कहा कि:
- संसद चलाने की असली जिम्मेदारी सत्ता पक्ष यानी सरकार की होती है,
- विपक्ष तब ही चर्चा कर सकता है जब सरकार माहौल बनाए।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि मानसून सत्र के दौरान सरकार ने कोई गंभीर प्रयास नहीं किया, जिसकी वजह से कई ज़रूरी बिल और मुद्दे लंबित रह गए थे।
सार्वजनिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद
मलविंदर कंग ने उम्मीद जताई कि इस बार:
- जनता से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बहस होगी
- संवैधानिक संस्थाओं की सुरक्षा और मजबूती पर ठोस कदम उठाए जाएंगे
- और ऐसे मामलों पर राजनीति नहीं, बल्कि देशहित में चर्चा की जाएगी
क्यों है यह सत्र इतना महत्वपूर्ण?
यह सत्र कई वजहों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है:
- SIR Act को लेकर देशभर में चर्चा और चिंता
- चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल
- विपक्ष की तरफ से लगातार demand कि चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए
- पिछले सत्र में अधूरे रह गए काम पूरे करने का दबाव
कंग ने कहा कि जनता यह उम्मीद कर रही है कि संसद में सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि real issues पर बात होगी और लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
