UP: दिव्यांग को नहीं मिल रही थी पेंशन, मुख्यमंत्री योगी ने सुनी दिव्यांग की फरियाद, तुरंत दिलाई पेंशन।

गुरुवार को दिव्यांग गोपाल और श्यामपाल पेंशन की उम्मीद लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन में पहुंचे। मुख्यमंत्री खुद उनके पास आए और पूछा – “क्या परेशानी है?” दिव्यांग ने बताया कि वह कई दिनों से अपने जिले में अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक पेंशन नहीं मिली।

UP के सीएम योगी ने पूछा – “आप किस जिले से हैं?” दिव्यांग ने जवाब दिया – “महाराज जी, मैं चंदौली से आया हूँ।” इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से कहा कि चंदौली के जिलाधिकारी या दिव्यांग कल्याण अधिकारी से तुरंत पूछें कि पेंशन क्यों नहीं मिल रही। अगर कोई लापरवाही मिले तो कार्रवाई करें और पेंशन शुरू करवाएं।

कुछ ही देर बाद चंदौली के दिव्यांग अधिकारी ने मुख्यमंत्री के ओएसडी ए.के. चौहान को फोन कर बताया कि दोनों लोगों की केवाईसी नहीं हुई थी, इसलिए पेंशन रुकी थी। अब केवाईसी अपडेट कर दी गई है और शाम तक दोनों की पेंशन शुरू कर दी जाएगी।

112 नागरिकों ने 88 प्रार्थना पत्र दिए

लंबे अंतराल के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को जनता की समस्याएं सुनने के लिए जनता दर्शन कार्यक्रम में उपस्थित हुए। विभिन्न जिलों से 112 नागरिकों ने 88 प्रार्थना पत्र दिए।

मुख्यमंत्री ने सभी की समस्याएं सुनीं और संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने राजेश और चंद्रशेखर को इलेक्ट्रानिक छड़ी दी और उसका उपयोग करना भी सिखाया। अपने माता-पिता के साथ आए बच्चों को टाफी व चाकलेट भी बांटी।

जनता दर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वरासत, कब्जा, पैमाइश से संबंधित 23 आवेदन राजस्व परिषद के अध्यक्ष को सौंपा। पुलिस से जुड़े 23 प्रकरणों को पुलिस महानिदेशक को दिया। विवेकाधीन कोष, शादी अनुदान आदि से संबंधित 17 आवेदन अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री को सौंपे।

इसी प्रकार, विभिन्न प्रकरणों के 25 मामले मुख्य सचिव को तत्काल कार्रवाई के लिए दिए गए। एक प्रकरण बिजली बिल अधिक आने का था और एक अन्य प्रकरण राजधानी में गृहकर से संबंधित भी था। मुख्यमंत्री ने दोनों प्रकरणों के समाधान कराने के भी निर्देश दिए। साथ ही भविष्य में विभाग के अधिकारियों को सुनियोजित व्यवस्था बनाने के लिए कहा।

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