लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहा है, राजनीतिक बयानबाज़ी तेज होती जा रही है। आम आदमी पार्टी के नेता नील गर्ग ने कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस अब अपनी हार सामने देखकर सहानुभूति पाने के लिए ड्रामेबाज़ी कर रही है।
गर्ग ने कहा कि भारत भूषण आशु ने खुद पर सहानुभूति पाने के लिए एक फर्जी विजिलेंस समन बनवाया, लेकिन यह चाल उल्टी पड़ गई क्योंकि सच्चाई बहुत जल्दी सामने आ गई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब एक पूर्व सहयोगी विजिलेंस एसएसपी के साथ मिलीभगत से किया गया, जो आशु के मंत्री कार्यकाल के समय उनके करीबी रहे हैं।
“जनता को गुमराह करने की कोशिश”
नील गर्ग ने कहा, “हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे भारत भूषण आशु जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। असल मुद्दों से ध्यान भटकाकर वे इमोशनल कार्ड खेलना चाहते हैं। लेकिन लुधियाना पश्चिम की जनता बहुत समझदार है और इन झूठी कहानियों में नहीं आने वाली।”
उन्होंने आगे कहा, “लोग आज भी याद करते हैं कि जब आशु विधायक और मंत्री थे, तब उनका रवैया कितना घमंडी और अहंकारी था। यही वजह है कि आज खुद कांग्रेस के बड़े नेता जैसे सुखजिंदर रंधावा, राजा वड़िंग और प्रताप बाजवा इस चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं।”
“19 जून को मिलेगा जवाब”
नील गर्ग ने दावा किया कि 19 जून को लुधियाना पश्चिम की जनता कांग्रेस को उनकी नौटंकी का करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा, “आशु की फर्जी सहानुभूति की स्क्रिप्ट भूपेश बघेल के इशारे पर लिखी जा रही है, जैसा वे पहले छत्तीसगढ़ में कर चुके हैं। लेकिन पंजाब की जनता इन सब चालों को भलीभांति समझती है।”
आप सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं
गर्ग ने पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा किए गए कामों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “हमने मुफ्त बिजली दी, मोहल्ला क्लीनिक बनाए, स्कूलों को इतना बेहतर किया कि अब सरकारी स्कूलों से बच्चे सीधे आईआईटी तक पहुंच रहे हैं। ड्रग्स माफिया के खिलाफ कार्रवाई की और पुलिस ढांचे को मजबूत किया।”
“कांग्रेस घबराई हुई है”
गर्ग ने कहा कि कांग्रेस की घबराहट साफ झलक रही है, क्योंकि उन्हें पता है कि लोग अब विकास और ईमानदारी को चुनना चाहते हैं। “हर दिन नए नाटक, नए आरोप, लेकिन जनता इन सबके पीछे की हकीकत जानती है।”
ताज़ा अपडेट:
सूत्रों के मुताबिक विजिलेंस विभाग ने यह साफ कर दिया है कि जो समन जारी हुआ था, वह आशु को नहीं बल्कि जांच प्रक्रिया से जुड़े एक पुराने मामले से संबंधित था, जिससे यह और भी स्पष्ट हो गया कि यह महज़ एक राजनीतिक नौटंकी थी। हालांकि इस पर कांग्रेस की तरफ से कोई आधिकारिक सफाई अब तक नहीं आई है।
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव एक बार फिर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर का गवाह बनने जा रहा है। जहां कांग्रेस सहानुभूति कार्ड खेल रही है, वहीं ‘आप’ विकास और पारदर्शिता को मुद्दा बना रही है। अब देखना होगा कि जनता किसे अपना विश्वास सौंपती है — 19 जून को तस्वीर साफ हो जाएगी।