लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका और आम आदमी पार्टी (आप) को ज़मीनी मज़बूती मिली है। रविवार को कांग्रेस से जुड़े दर्जनों परिवारों ने पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया।
इन सभी परिवारों का पार्टी में औपचारिक स्वागत आप पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष अमनशेर सिंह शैरी कलसी और कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने किया। इस मौके पर लोकसभा इंचार्ज शरणपाल मक्कड़, पार्टी नेता डॉ. सनी आहलूवालिया, जतिंदर खंगूड़ा और अन्य स्थानीय नेता भी मौजूद रहे।
कांग्रेस से आप में शामिल हुए प्रमुख नाम:
बलराज सिंह, साहिल, दिनेश कुमार, रामकुमार, राजेंद्र सिंह, गुरदीप सिंह, कुलवंत सिंह, जसविंदर सिंह, नछत्तर सिंह, जगदीश सिंह, जगराज सिंह, निर्मल सिंह, गुरविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुखविंदर सिंह, जगमोहन सिंह, रणवीर सिंह, पलविंदर सिंह, चमकौर सिंह, मोना, हरप्रीत सिंह, नायब सिंह, सुखदेव सिंह, रिंकू, मोहन सिंह, रघुनाथ, रविंद्र साहनी, धर्मपाल, शेखर, बलविंदर सिंह और महेंद्र पाल।
“AAP है आम जनता की पार्टी, कांग्रेस में है सिर्फ सत्ता की लड़ाई” – शैरी कलसी
मीडिया से बात करते हुए शैरी कलसी ने कहा,
“आम आदमी पार्टी आम लोगों की पार्टी है, जहां हर किसी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है। वहीं कांग्रेस में परिवारवाद, गुटबाज़ी और कुर्सी की लड़ाई है। वहां आम जनता की कोई सुनवाई नहीं होती।”
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली से लेकर पंजाब तक ऐसे नेताओं को मौका देती है जो ज़मीन से जुड़े होते हैं।
“हमारे ज्यादातर विधायक और मंत्री साधारण परिवारों से हैं, जो पहले जनता के बीच थे और अब जनता की सेवा में हैं। कांग्रेस जैसी पार्टियों में ऐसा कभी मुमकिन नहीं हो सकता।”
हरदीप मुंडियां बोले – “लोग हमारे काम से प्रभावित होकर खुद जुड़ रहे हैं”
मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने विकास के जो काम किए हैं, उन्हें देखकर लोग खुद ‘आप’ से जुड़ रहे हैं।
“चाहे मुफ्त बिजली हो, स्कूलों की हालत में सुधार हो या फिर मोहल्ला क्लीनिक जैसी हेल्थ सुविधाएं – हमारी सरकार हर वर्ग के लिए काम कर रही है। अब लोग सिर्फ वादों पर नहीं, काम देखकर वोट दे रहे हैं।”
लुधियाना वेस्ट बना सियासी केंद्र, ‘आप‘ को मिल रहा जबरदस्त समर्थन
उपचुनाव के इस माहौल में लुधियाना पश्चिम लगातार राजनीतिक चर्चाओं में बना हुआ है। कांग्रेस जहां अपनी पकड़ बचाने की कोशिश कर रही है, वहीं आम आदमी पार्टी को ज़मीन से जुड़ा मजबूत समर्थन मिल रहा है। पार्टी में शामिल हो रहे ये नए चेहरे इस बात का संकेत हैं कि क्षेत्र की जनता अब बदलाव चाहती है – एक ऐसा नेतृत्व जो काम करे, वादे नहीं।