प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार जनता को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि भारत जब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठा रहा था, तब कुछ लोगों ने भारत का साथ देने के बजाय उल्टा भारत पर ही आरोप लगाने शुरू कर दिए।उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने हमारे स्कूल, कॉलेज, गुरुद्वारे, मंदिर और आम नागरिकों के घरों को निशाना बनाया। यहां तक कि हमारे सैन्य ठिकानों पर भी हमला किया गया। लेकिन इन हमलों के बीच पाकिस्तान की असलियत दुनिया के सामने आ गई।दुनिया ने साफ देखा कि पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलें भारत के सामने बेबस साबित हुईं। हमारी ताकतवर वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सीमा पर हमला करने के लिए तैयार था, लेकिन भारत ने पाकिस्तान की छाती पर वार किया। भारतीय ड्रोनों और भारतीय मिसाइलों ने सटीकता से हमला किया। पाकिस्तान के उन एयरबेसों को नुकसान पहुंचाया जिन पर उसे गर्व था। तीन दिनों में भारत ने पाकिस्तान को उस हद तक तबाह कर दिया जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी। भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते तलाशने लगा। दुनिया भर में तनाव कम करने का आह्वान किया गया। इसी मजबूरी में बुरी तरह पिटने के बाद 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ से संपर्क किया। तब तक हमने आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को काफी हद तक नष्ट कर दिया था। आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया गया।
इसलिए जब पाकिस्तान की ओर से यह तर्क दिया गया कि उसकी ओर से कोई आतंकवादी गतिविधि या सैन्य उकसावे की कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो भारत ने इस पर भी विचार किया।
PM मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादी और सैन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई को केवल स्थगित किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को उसके रवैये के आधार पर मापेंगे। भारत की तीनों सेनाएं, हमारी वायुसेना, थलसेना और नौसेना, बीएसएफ, अर्धसैनिक बल निरंतर अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नई रेखा खींच दी है। एक नया मानक, एक नई सामान्य स्थिति स्थापित हो गई है।
पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने तीन बातें स्पष्ट कीं। उन्होंने कहा, ‘अगर भारत पर कोई आतंकवादी हमला होता है तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।’ हम अपने तरीके से और अपनी शर्तों पर जवाब देंगे। जहां भी आतंकवाद की जड़ें उभरेंगी, हम सख्त कार्रवाई करेंगे। दूसरा, भारत किसी भी प्रकार का परमाणु ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा। भारत परमाणु बम की आड़ में पनप रहे आतंकवादी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक हमला करेगा। तीसरा, हम सरकार द्वारा आतंकवादियों को प्रायोजित करने और आतंकवाद के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे।